Tuesday 30 June 2020

TRIBUTE TO THE REAL DHONI OF ACTING - SUSHANT SINGH RAJPUT

Written as was channeled in a flow, Audio-video Created with love and Recited from the heart -  A Heartfelt Tribute to A Moon - Star - Sushant Singh Rajput :



अपने साहस और हुनर की वजह से इंडियन फ़िल्म इंडस्ट्री में अति तीव्र गति से उभरता हुआ सितारा जिसने अपनी ख़ुशमिज़ाजी स्वभाव और  कला से  अनेकों का दिल बोहोत ही कम समय में अनायास ही  जीत लिया था. ऐसे मल्टी टैलेंटेड मल्टी फसेटेड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत दुर्भाग्यवश हमारे बीच नहीं रहे . उनकीं आत्मा को सांत्वना देने के प्रयास में कुछ शब्द लिख रही हूँ...

Dearest सुशांत...
शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
तुम्हारा शेर जैसा जिग़र,
बाज़ जैसी नज़र,
अत्यंत तेज़ बुद्धि-चातुर्य-ज्ञान..
तुम्हारी आतंरिक ख़ूबसूरती को बयान करने वाली
वो तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान...
इन सबकी तुलना में
वो सारे भूके लीचड़ बईमान भेड़ियों का रत्तीभर वजूद... न कभी था न कभी होगा !

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
जब तुम्हारे मुक्त, स्वतन्त्र, भविष्यदृष्टा, निडर और मस्त मौला मन को
कुछ मुट्ठीभर लोग अपने काबू में नहीं कर पाए,
जब वह तुमसे अपनी नज़र
उनके सामने जबरन नहीं झुकवा पाए
तो दगेबाज़ी से ही सही,
उन ईर्षालु लोगों नेतुम्हे इस जीवन से
हमेशा के लिए मुक्त करवा दिया 

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
जो लोग अपने हुनर या कला से
तुम्हे ना हरा पाए, तो दोस्त बनकर
तुम्हारे ही घर में तुम्हारी ही मौत का फरमान ले आये !
ऐसे झूठे, मक्कार, मतलबी, नालायक दोस्तों की रची हुई बार-बार  की ऐसी घटिया साज़िशों से
हमेशा के लिए तुम्हारा पीछा तो छूटा !
वैसे भी विषकन्या की प्रथा जन्मो जनम से चलती आ रही है... 
जो शायद तुमपर भी खूब आज़मायी गयी!
किसके अहंकार या क्रोध या ईर्ष्या के शिकार बन गए तुम सुशांत?
क्यों इतना भरोसा कर लिया अपने आस पास वालों पर तुमने सुशांत?
यूँही, क्यों बोल देते थे तुम??? -
" Its important to learn how not to be careful?"
काश ! काश! काश!
You learnt how to be careful, Whom not to trust!!!!

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए सुशांत...
लाखो करोडो भारतीय  युवा युवती
जो तुम्हारी ही तरह अपनों का  साथ  छोड़कर 
इस शहर की बदनाम गलियों में
अपने सपनों को ढूँढते हुए आते  है, 
उन्हें चका चौंध कर देने वाली
इस काली, खोकली  और ज़ालिम
सुनहरे परदे वाली दुनिया का पर्दाफाश तो हुआ,
आखिरकार उसका सच्चा और असली चेहरा सामने तो आया!

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
तुम्हारी अंतिम तस्वीर को देखकर
गली का जच्चा बच्चा भी साफ़ देख सकता है
की तुम्हारे साथ आखिर में क्या ज़ोर ज़बरदस्ती हुई होगी
और एक भारतीय नागरिक होते हुए
मुझे ये कहते बेहद शर्म और अफ़सोस महसूस होता है की 
इस देश में न्याय और कानून के ठेकेदार
इतनी प्रत्यक्ष दिखने वाली इस संशयस्पद घटना को
गर आत्महत्या घोषित कर देंगे
और तुम्हारे कातिलों को बा-इज़्ज़त बरी कर देंगे  
तो अपनी नपुंसकता और बिकाऊपन का इससे बड़ा कोई सबूत नहीं दे पाएंगे
उनके हाथ तुम्हारे ख़ून से उतने ही रंगे होंगे जितने कि तुम्हारे निर्दयी हत्यारों के !

गर ऐसी नाइंसाफी आदमी की अदालत में हो भी जाए...
तो दुआ है रब से हमारी...
उन सब गुनहगारों पर कुदरत का ऐसा केहर बरसाए,
उन्हें रोते हुए भीक मांगने पर भी मौत ना आये !

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
तुम्हारे जैसे नामचीन और जानी मानी हस्ती की दर्दनाक हत्या को आत्महत्या का रूप दिए जाने पर
हमें ये ज़रूर समझ में आ गया है की
हमारे जीवन की सुरक्षा के लिए हमें ही आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा
ताकि फिर कभी कोई मौकापरस्त बुज़दिल कातिल
हमपर या हमारे प्रियजनों पर आत्महत्या का 
गलत बेबुनियाद प्रयोग और उपयोग दोनों ही न कर सके

शायद अच्छा ही हुआ जो तुम चले गए...
ऐसे साइको, कायर, नामर्द, निर्दयी, बेरहम, स्वार्थी लोगों
के चुंगुल से निकलकर
आखिर में तुम्हे अपनी प्यारी माँ की ममता भरी गोद
और उनके निःस्वार्थ प्रेम का आँचल तो नसीब हुआ!

तुम्हारी दुखभरी अंतिम घडी को महसूस करते हुए
कुछ पंक्तियाँ याद आती है...

"हमें तो अपनों ने लूट लिया गैरों में कहाँ दम था?
हमारी कश्ती वही डूबी जहां पानी कम था !!!"

RIP #SushantSinghRajput ...With your Talent, carefree and risk taking attitude, your down-to-earth nature, your brilliant inquisitive versatile brains, your shooting the Bollywood skies in such a short span of time...You have definitely left your mark in the hearts of millions which nobody ......nobody whomsoever will be able to ever erase, inspite of their failed attempts to erase your achievements or your existence on Earth !!!
       
Few Memories while watching "Kedarnath"  Movie of SSR! 
Unforgettable, Unbelievably Surreal & Unrealistically Real!
Dedicating them to SSR!
                                                          

Dr Racchana D Fadia
Meraki Pegasus 

No comments:

Post a Comment