Sunday, 22 October 2017

दुनियावालों की दुनियादारी ...

कोई किसीके बिना अधूरा नहीं रह जाता,
हर किसीका सपना पूरा नहीं हो जाता!
मंज़िलें खुदबखुद चलके सामने नहीं आती,
वरना ज़िन्दगी के सफर का तजुर्बा पूरा नहीं होता!
यूँ तो कई लोग करते है बड़े बड़े वादें ,
लेकिन उन्हें पूरा करने का इरादा सबका नहीं होता
गर इरादा हो भी पूरा करने का,
ज़रूरी नहीं वो हिम्मत  हो उस इरादे को अमल में लाने का !!!


                                                     - डॉ रचना फड़िआ 

No comments:

Post a Comment